What is the difference between Loksabha and rajyasabha in hindi

Difference between Loksabha and rajyasabha in Hindi – लोकसभा और राज्यसभा में क्या अंतर होता है



हम भारत के नागरिक है और हमारे लिए यह जानना जरूरी है कि लोकसभा और राज्यसभा में क्या अंतर है ( Loksabha and rajyasabha difference in Hindi ) लोकसभा क्या हैराज्यसभा क्या है ? इन सब सवालों के जवाब आपको इस लेख में मिल जाएंगे.


difference between Loksabha and rajyasabha in Hindi
difference between Loksabha and rajyasabha in Hindi

हमारे देश में जो भी अहम फैसले लिए जाते हैं वह संसद में लिए जाते हैं. भारत एक  लोकशाही देश हैं. और यहां हर नेता को देश की जनता के द्वारा चुना जाता है. और इसी प्रक्रिया को हम इलेक्शन (Election) कहते हैं. लोकसभा का इलेक्शन 5 साल में एक बार आता है और राज्यसभा का भी इलेक्शन आता है.


आज हम बात करने वाले हैं भारत के संविधान के एक महत्वपूर्ण अंग संसद और उनकी संरचना के बारे में. उसी संसद के दो सदन होते हैं,

  1.  Loksabha ( लोकसभा )
  2. rajyasabha ( राज्यसभा )
संसद दो सदन से मिलकर बनता है. एक है निचली सदन और एक है उच्च सदन ( ऊपरी सदन ). जिनमें से निचले सदन को लोकसभा कहा जाता है और उच्च सदन को राज्यसभा कहते हैं.

लोकसभा नाम पर से ही पता चलता है कि यह आम जनता के  सदन है.  और लोकसभा के सभी सदस्य जनता के द्वारा चुने गए होते हैं और जनता से जुड़े विषयों पर चर्चा की जाती है और कानून का निर्माण करते हैं. वहीं राज्यसभा ( उच्च सदन ) यह चुने हुए सदस्यों द्वारा चुने गए सदस्य है.

लोकसभा और राज्यसभा में अंतर – difference between Loksabha and rajyasabha in Hindi


भारतीय संसदीय प्रणाली में संसद के दो सदन लोकसभा, आम जनता का सदन या संसद के निचले सदन के रूप में जाना जाता है और राज्यसभा इसे राज्यों का परिषद या संसद के ऊपरी सदन के रूप में जाना जाता है. लोकसभा वास्तविक कार्यकारी है जो प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में शासन चलाता है.

लोकसभा के सदस्य को आम जनता द्वारा मतदान की प्रक्रिया द्वारा चुने जाते पर राज्यसभा के सदस्य राज्य विधानसभा के निर्वाचित सदस्य द्वारा चुने जाते हैं.

लोकसभा और राज्यसभा का कार्यकाल कितना होता है ?


लोकसभा का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है मतलब कि अगर कोई एक सदस्य लोकसभा के लिए चुना जाए तो वह 5 सालों तक लोकसभा में अपनी भूमिका निभाता है  जोकि लोकसभा का सांसद होता है वहीं राज्यसभा एक स्थाई सदन है इसके 1/3 सदस्य प्रत्येक 2 साल बाद रिटायर हो जाते हैं


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Loksabha and rajyasabha members in hindi


आपके मन में सवाल आया होगा की लोकसभा में कितने सदस्य होते है और राज्यसभा में कितने सदस्य होते है ?
लोकसभा में सांसद की महत्तम संख्या 552 है और राज्यसभा की महत्तम संख्या 250 है.

धन विधेयक को केवल लोकसभा में ही पेश किया जा सकता है यह सदन देश में शासन चलाने हेतु धन एकत्रित करता है वही धन विधेयक के संबंध में राज्यसभा को अधिक शक्तियां प्राप्त नहीं है.

लोकसभा में केंद्रीय मंत्रिपरिषद सामूहिक रूप से लोकसभा के प्रति उत्तरदाई होते हैं और राज्यसभा में केंद्रीय मंत्रिपरिषद सामूहिक रूप से राज्यसभा के प्रति उत्तरदाई नहीं होती है.

लोकसभा में बैठक की अध्यक्षता लोकसभा अध्यक्ष करते हैं. राज्य सभा की बैठकों की अध्यक्षता उपराष्ट्रपति करते हैं.

लोकसभा में यदि कैबिनेट मंत्री द्वारा प्रस्तुत कोई विधेयक इस सदन में पारित नहीं हो पाता है तो पूरी कैबिनेट को इस्तीफा देना पड़ता है और राज्यसभा में यदि कैबिनेट मंत्री द्वारा प्रस्तुत कोई विधेयक इस सदन में पारित नहीं हो पाता है तो पूरी कैबिनेट को इस्तीफा नहीं देना पड़ता है.

Loksabha : भारत के राष्ट्रपति इस सदन में आंग्ल भारतीय समुदाय के दो सदस्यों को मनोनीत कर सकते हैं.
rajyasabha : भारत के राष्ट्रपति इस सदन में कला, शिक्षा, समाज सेवा एवं खेल जैसे क्षेत्रों में संबंधित 12 सदस्यों को मनोनीत कर सकते हैं.

लोकसभा का सदस्य बनने के लिए लघुत्तम आयु 25 वर्ष होनी चाहिए और राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए लघुत्तम आयु 30 वर्ष होनी चाहिए.

conclusion :

इस लेख के माध्यम से हमने आपको आसान भाषा में समझाने की कोशिश की है कि लोकसभा और राज्यसभा में अंतर क्या है (difference between Loksabha and rajyasabha in Hindi ), लोकसभा क्या है और राज्यसभा क्या है. हमारे लिए यह जानना आवश्यक होता है.

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